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श्री रतन लाल कटारिया की अध्‍यक्षता में नदियों को आपस में जोड़ने संबंधी विशेष समिति की 17वीं बैठक

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केन्‍द्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्‍याय एंव अधिकारिता राज्‍य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया की अध्‍यक्षता में बुधवार को नई दिल्‍ली में नदियों को आपस में जोड़ने संबंधी विशेष समिति (एससीआईएलआर) की 17वीं बैठक हुई।

इस अवसर पर श्री कटारिया ने कहा कि नदियों को आपस में जोड़ा जाना पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक महत्‍वाकांक्षी योजना थी। इस योजना में हिमालय से निकलने वाली 16 नदियों और प्रायद्वीप क्षेत्र से उद्गम वाली 14 नदियों को शामिल किया गया है। श्री कटारिया ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश और मध्‍यप्रदेश से जुड़ी केन-बेतवा नदी जोड़ परियोजना की विस्‍तृत रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है और उम्‍मीद है कि इसपर जल्‍दी ही काम शुरु हो जाएगा। उन्‍होंने कहा कि चार अन्‍य परियोजनाओं की डीपीआर रिपोर्ट तैयार करने का काम भी प्रगति पर है।

जल संसाधन , नदी विकास एंव गंगा संरक्षण विभाग के सचिव श्री यूपी सिंह ने नदी जोड़ परियोजनाओं और खासकर एक राज्‍य के भीतर क्रियान्वित की जा रही ऐसी परियोजनाओं के काम में तेजी लाने पर जोर दिया।

बैठक में केन-बेतवा, कावेरी-वैगई-गुंडार, दमनगंगा-पिंजाल और पार-तापी-नर्मदा जैसी नदी जोड़ परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। इसके अलावा गोदावरी नदी के पानी को कावेरी बेसन की तरफ मोडने के वैकल्पिक प्रस्‍ताव, मानस-संकोश-तीस्‍ता-गंगा नदी जोड़ परियोजना और पूर्वी राजस्‍थान नहर परियोजना को पबर्ती-कालीसिंध-चंबल नदी परियोजना के साथ जोड़ने पर भी चर्चा की गई। बैठक में नौ राज्‍यों की 47 अंतर्राज्‍यीय नदी जोड़ परियोजनाओं के प्रस्‍ताव के साथ ही राष्‍ट्रीय जल विकास एजेंसी तथा राष्‍ट्रीय नदी जोड़ प्राधिकरण के पुनर्गठन और नदियों को जोड़ने के लिए एक कार्यबल के गठन पर भी चर्चा की गई।

बैठक में एससीआईएलआर की 16वीं बैठक में लिए गए फैसलों का अनुमोदन किया गया। यह बैठक केन्‍द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत की अध्‍यक्षता में 21 अगस्‍त, 2019 को नई दिल्‍ली में हुई थी।

आज की बैठक में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण सचिव श्री यू.पी. सिंह, राष्‍ट्रीय जल विकास एजेंसी के महानिदेशक श्री भोपल सिंह तथा केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों के कई वरिष्‍ठ अधिकारी तथा विशेषज्ञ मौजूद थे।

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