गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज (26 जनवरी, 2020) आईएनएस सिरकार्स स्थित पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) परेड ग्राउंड में समारोहपूर्ण परेड हुई। पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, ईएनसी के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन ने सलामी ली और 50 सशस्त्र गार्डों का निरीक्षण किया तथा बाद में सभी जहाजों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठनों, रक्षा-सुरक्षा कोर और समुद्री कैडेट कोर (एससीसी) के नौसेनिक कर्मियों को मिलाकर बनी प्लाटून की समीक्षा की। ईएनसी के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमड़े, परेड के संचालक अधिकारी थे और कमांडर अभिषेक यादव परेड कमांडर थे। सेवाकर्मियों और उनके परिवारों के अलावा बड़ी संख्या में मौजूद दर्शकों, पूर्व सैनिक और एससीसी कैडेटों के अभिभावकों ने परेड का आनंद लिया।
कमांडर इन चीफ ने 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी लोगों को बधाई दी और शानदार परेड के लिए सैनिकों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर वाइस एडमिरल जैन ने सभी को याद दिलाया कि 1950 में इसी दिन भारत संविधान को अपनाकर संप्रभु गणराज्य बना और किस प्रकार डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के नेतृत्व में संविधान के निर्माताओं ने दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ कार्यों को लेकर हमें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया। उन्होंने कहा कि हम अपने मौलिक अधिकारों को भलीभांति जानते हैं, लेकिन यह भी जरूरी है कि हम अपने मौलिक कर्तव्यों को पहचानें और उनका पालन करें। उन्होंने राष्ट्र हित की रक्षा के लिए इन मौलिक कर्तव्यों का पालन करने का आह्वान किया।
उन्होंने पूर्वी समुद्री क्षेत्र में सभी चुनौतियों से निपटने में तेज रफ्तार बनाए रखने और मिशन आधारित तैनाती के दौरान जबर्दस्त दक्षता दिखाने के लिए ईएनसी की इकाइयों को बधाई दी। वाइस एडमिरल जैन ने परेड में शामिल पुरूषों और महिलाओं को क्षेत्र की नाजुक सुरक्षा स्थिति की याद दिलाई और आग्रह किया कि वे कभी भी अपने सिर को न झुकने दें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने शारीरिक सुरक्षा और सूचना सम्बंधी सुरक्षा को रेखांकित करते हुए कहा कि सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
गणतंत्र दिवस समारोहों के तहत विशाखापत्तनम में नौसेना के सभी जहाज विभिन्न सिग्नल फ्लैगों से सुसज्जित थे।