Newsportal

प्रधानमंत्री ने इंडिया एक्‍शन प्‍लान – 2020 समिट को संबोधित किया

0 22

तेजी से फैसले लेने के मामले में पिछले आठ महीनों में सरकार द्वारा सैकड़े का आंकड़ा छूने की बात कही

प्रक्रिया आधारित कर प्रणाली को आम जन के लिए सुगम बनाने का हवाला दिया

न्‍यू इंडिया के निर्माण में मीडिया से रचनात्‍मक भूमिका निभाने का आह्वान किया

देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रत्‍येक नागरिक से अपने कर्तव्‍यों के निर्वहन का आग्रह किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि दुनिया के सबसे युवा देश के रूप में भारत ने नए दशक की कार्ययोजना बनाने की तैयारी भी कर ली है और इस मामले में वह धीमी रफ्तार से चलने के मूड में कतई नहीं है।

श्री मोदी आज नई दिल्‍ली में निजी टेलीविजन चैनल टाइम्‍स नाउ की ओर से आयोजित इंडिया एक्‍शन प्‍लान 2020 समिट को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि तेजी से फैसले लेने की भावना के साथ काम करते हुए सरकार ने पिछले महीनों में निर्णय लेने के मामले में सौ के आंकडे को छुआ है। उन्‍होंने कहा कि देश में हो रहे इन परिवर्तनों ने, समाज के हर स्तर पर नई ऊर्जा का संचार किया है, उसे आत्मविश्वास से भर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के हर गरीब व्‍यक्ति को यह विश्‍वास हो चला है कि वह अपना जीवन स्‍तर सुधार सकता है, अपनी गरीबी दूर कर सकता है। किसानों में भी यह भरोसा बना है कि वह कृषि से अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।

पांच हजार अरब डॉलर वाली अर्थव्‍यवस्‍था की ओर बढ़ते हुए छोटे शहरों और कस्‍बों पर विशेष रूप से ध्‍यान दिया जाना :

प्रधानमंत्री ने कहा “भारत ने अगले पांच सालों में अपनी अर्थव्‍यवस्‍था का विस्‍तार कर इसे पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने का लक्ष्‍य रखा है। एक लक्ष्‍य तय कर उस दिशा में प्रयास करना बेहतर होता है। यह लक्ष्‍य प्राप्‍त करना आसान नहीं है लेकिन असंभव भी नहीं है।”

श्री मोदी ने कहा कि इस लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए जरूरी है कि निर्यात गतिविधियों के साथ ही विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत बनाया जाए। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। उन्‍होंने कहा कि इन प्रयासों के बीच भारत, वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में आ रहे उतार-चढ़ाव के कारण एक उभरती अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि पहली बार किसी सरकार ने छोटे शहरों के आर्थिक विकास पर ध्‍यान दिया है और उन्‍हें विकास के नए केन्‍द्रों के रूप में वि‍कसित करने का प्रयास किया है।

कर प्रणाली में सुधार:

प्रधानमंत्री ने कर प्रणाली में सुधार का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक सभी सरकारें इस दिशा में कुछ भी करने से हिचकती रहीं। पिछले चार सालों तक इसी वजह से कर प्रणाली में कोई सुधार नहीं हो सका। लेकिन अब ‘हमने इस दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रक्रिया आधारित कर प्रणाली को जनता के लिए सुगम बनाने का काम किया है। अब भारत उन चुनींदा देशों में शामिल हो जाएगा जहां करदाताओं के लिए एक चार्टर लागू किया गया है। यह चार्टर करदाताओं के अधिकारों की स्‍पष्‍ट व्‍याख्‍या करेगा।’

प्रधानमंत्री ने प्रत्‍येक भारतीय नागरिक से अनुरोध किया कि वह लोगों द्वारा कर चोरी के मामलों तथा इससे ईमानदार करदाताओं पर पड़ने वाली दोहरी मार के बारे में गंभीरता से सोचें। उन्होंने सभी नागरिकों से एक जिम्मेदार नागरिक बनने और करों का भुगतान करने का आग्रह किया।

श्री मोदी ने न्‍यू इंडिया के निर्माण में मीडिया से रचनात्‍मक भूमिका निभाने का भी आह्वान किया।

उन्‍होंने कहा ‘जब हर व्‍यक्ति अपने कर्तव्‍यों का पालन करेगा तो सब समस्‍याओं का हल निकल आएगा। इससे देश को नई ताकत, नई ऊर्जा मिलेगी जो मौजूदा दशक में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।’

Leave A Reply

Your email address will not be published.