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कोरोना वायरस से भयभीत नहीं, सजग रहने की जरूरत: परमार

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भवारना में आरंभ होगी सीटी स्कैन सुविधा
गुरू रविदास की शिक्षाओं का अनुसरण करें लोग
धर्मशाला (ईएमएस)। संत परम्परा मे गुरू रविदास का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। गुरू रविदास के शब्द जीवन जीने का बोध ही नहीं करवाते बल्कि हमें आपसी सद्भाव, मेल-जोल तथा प्यार-भावना का भी मार्ग प्रशस्त करवाते हैं।
यह उदगार संत गुरू रविदास जयंती के शुभ अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने सुलाह विधानसभा क्षेत्र के भवारना और भदरोल अपने संबोधन में व्यक्त किये। इससे पूर्व उन्होंने भवारना में 12 लाख की लागत से निर्मित होने वाले गुरु रविदास भवन की आधारशिला रखी।
परमार ने कहा कि गुरू रविदास की गणना महान संतो के रूप में भारत में ही नहीं अपितु विश्व के में की जाती है। उन्होंने कहा कि संत रविदास एक समाज के न होकर पूरी मानवता के गुरू थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों व छुआछूत को समाप्त किया। उन्होंने कहा कि संत रविदास की शिक्षाएं समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत है तथा उनका प्रेम सच्चाई और धार्मिक सौहार्द का पावन संदेश हर दौर में प्रासंगिक है। गुरू रविदास का कार्य न्यायसंगत समतावादी समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत है

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