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लद्दाख खाद्य प्रसंस्करण के शिखर सम्मेलन में भारी भागीदारी

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खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों को विकसित करने पर जोरलद्दाख के उद्योग और वाणिज्य विभाग ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और लेह में राष्ट्रीय निवेश संवर्द्धन एवं सुविधा एजेंसी- इन्वेस्ट इंडिया के साथ मिलकर लद्दाख खाद्य प्रसंस्करण शिखर सम्मेलन ‘खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में समावेशी विकास के लिए भागीदारी निर्माण’ का आयोजन किया।

शिखर सम्मेलन का उद्घाटन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री रीमा प्रकाश ने किया। इसमें उद्योग और वाणिज्य सचिव श्री सौगत विश्वास भी शामिल हुए। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य लद्दाख में खाद्य प्रसंस्करण की मूल्य श्रृंखला का मानचित्रण करना और इस क्षेत्र की क्षमता को अधिकतम करने के लिए स्थानीय लोगों को खाद्य प्रसंस्करण और कृषि से जुड़ी गतिविधियों से जोड़ने के लिए रणनीतियों की सिफारिश करना था।शिखर सम्मेलन में लद्दाख के दोनों जिलों लेह और करगिल जिले के खुबानी, जौ, सीबकथोर्न, जैविक सब्जियां, मटर, सेब, दूध और मांस उत्पादकों ने भाग लिया। सम्मेलन में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा एनआईटीएफएएम, आईआईएफपीटी, लद्दाख में कार्यरत बैंकों के प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ और सेना के खरीद अधिकारियों ने भी भाग लिया।

सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान सचिव, उद्योग और वाणिज्य, लद्दाख ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का प्रशासन लद्दाख में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च गुणों के साथ खाद्य उत्पादन स्थानीय उत्पादकों को अधिकतम लाभ दिलाएगा। उन्होंने भारत सरकार और संबंधित एजेंसियों के विशेषज्ञ मार्गदर्शन के जरिए स्थानीय लोगों को अपनी रुचि और प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए मंच प्रदान करने संबंधी उपराज्यपाल के दृष्टिकोण का भी उल्लेख किया।

सुश्री रीमा प्रकाश ने सभा को संबोधित करते हुए खाद्य प्रसंस्करण योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से उत्पादन के मूल्यवर्धन को सुनिश्चित करने में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मंत्रालय केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के दोनों जिलों लेह और कारगिल में खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने स्थानीय हितधारकों के परामर्श से खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए तैयार लद्दाख कार्य योजना के बारे में बताया और जमीनी स्तर पर इसे उतारने लायक कदमों को सुनिश्चित करने के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने लद्दाख में स्थानीय लोगों को अधिकतम लाभ के साथ खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के विकास में सकारात्मक नतीजे की उम्मीद जताई। श्री सौगत विश्वास ने बताया कि कारगिल जिले के लगभग साठ उत्पादकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्मेलन में भाग लिया और आने वाले समय में कारगिल के लिए एक अलग कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

लद्दाख में निदेशक, उद्योग और वाणिज्य मूसा कुंजांग ने विस्तृत पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के जरिए उद्योग के मौजूदा मुद्दों, संभावनाओं और आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन समग्र लक्ष्य को हासिल करने के लिए आवश्यक कदमों की श्रृंखला में पहला है और अगले कदम के रूप में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय उपयुक्त एजेंसियों के साथ चिन्हित किए गए महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए कार्यान्वयन योजना विकसित करेगा।

इन्वेस्ट इंडिया ने आवश्यक तकनीकी एवं कौशल विशेषज्ञता उपलब्ध कराने पर राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी और उद्यमिता प्रबंधन (एनआईएफटीईएम) और भारतीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएफपीटी) के प्रतिनिधियों की प्रस्तुतियों के बाद खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के तहत उपलब्ध विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।

सम्मेलन में एक खुला प्रश्न-उत्तर सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें स्थानीय प्रतिभागियों ने अपनी शंकाओं और समस्याओं को साझा किया। इन्वेस्ट इंडिया और जम्मू-कश्मीर बैंक के अधिकारियों ने मार्केटिंग प्रमोशन और फाइनेंसिंग के बारे में भी बताया।

शिखर सम्मेलन में सरकारी अधिकारियों, भारतीय सेना के वरिष्ठ खरीद अधिकारियों, बैंकरों, किसानों, उद्यमियों, सहकारी समितियों, बेकरी वालों, दुध उत्पादक किसानों और बेरोजगार युवाओं सहित लगभग 170 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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